Monday 9 April 2018

महक का जादू 13

सौम्याने शरमाते हुए हम दोनों के कपडे उतारे ....
मेरा टॉप और समीज उतरने के बाद ... सौम्या मेरे उभारो को देखती रही .....
शायद उसके मुह में पानी आ गया था ....
उसने अपना एक हाथ मेरे एक स्तन पर रखा और वो दुसरे को चूसने ही जा रही थी .... 
की रियाने उसके नंगे कुल्हो पर एक जोरदार चपत लगाई 
रिया : “अभी तेरी बारी नहीं है ..... अभी तो हम दोनों को तेरा रस निचोड़कर पीना है सौम्या जान “
सौम्या इतनी नाजुक थी की रिया की मरने की वजह से उसकी गांड लाल हो गयी थी .
मैंने उसे नजदीक खीचा और उसके होठ चूसते हुए बोली 
“फ़िक्र मत कर सौम्या ..... तेरी भी बारी आएगी .... अभी तो तू हमारा पूरा साथ दे “
हम दोनोने सौम्या को अपने बिच में सुलाया ...
और दोनोने एकसाथ उसपर हमला बोला 
जब मैं सौम्यके रसभरे होठ चूस रही थी ... 
तब रिया उसकी बगलो की खुशबु सूंघने में और चाटने में लगी थी 
फिर हमने अपनी जगह बदली .... 
अब मैं उस खुशबू ला मजा ले रही थी और रिया सौम्यके अधरों का रसपान कर रही थी 
फिर मैं रिया की चूत की तरफ बढ़ी .... हाय .....
क्या गुलाबी चूत थी .... एकदम नरम... मुलायम ... फूली हुयी .... उसपर हलके सुनहरी रोएं दिख रहे थे ......
मैंने अपने सिवा सिर्फ दो ही चूत देखि थी .... उनमे सबसे खूबसूरत चूत मेरे सामने थी 
इधर रिया सौम्याके मस्त स्तनों का मर्दन करने में जुटी थी .
मैंने हलके हाथोसे सौम्या की मुनियाकी पंखुड़ीयो को अलग किया और अपनी जीभ उसमे घुसा दी .....
मैंने अपनी जीभ को और कड़ा किया और अन्दर बाहर  करने लगी .......

सौम्या पूरी मस्ती में चीख रही थी .....

“अ....आ.....ह......स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईई....म...र.....ग....यी.......”
“अ......आ.....ह.....स्सस्सस्स “
“ स्सस्सस्सस्सस्सस्सस ....हाय ......उ...ई....ई ......
मैंने अपनी ऊँगली से उसके दाने को छेड़ा ....
सौम्या:“ऊऊऊउईईईईईईईई स्सस्सस्सस्सस्सस्सस “
सौम्या का शरीर ऐठने लगा था .... मेरी समझ में आया ..... 
मैंने सौम्याकी चूत के होठ अपने होठो से सिल दिए ....
और उस मनमोहिनी बारिश का इंतज़ार करने लगी ...
मुझे जादा इंतज़ार नहीं करना पड़ा......
अगले ही पल सौम्या छमक छमक के बरसी .... 
मैंने उस के रस को पूरा पि लिया ...... बारिश थमने के बाद ... 
मैंने उसे चाट चाट कर पूरी तरह साफ़ किया .......
मैंने मुह उठाया .... रियाने मुझे बोला 
“चल महक अब मुझे पिने दे इस अमृत को ....”
हम दोनों ने अपनी अपनी जगह बदल ली .
अब मैं सौम्या के मस्त उरोजो से खेल रही थी ..... 
मैंने सौम्या से पूछा 
“कैसा लगा मेरी जान ...”
सौम्या भी मस्ती में बोली 
“ मैं तो हवा में उड़ रही हु .... “
रियाने और मैंने थोड़ी देर यु ही सौम्यसे थोड़ी रोमांटिक बाते की .... और उसे सहलाते रहे .....
अभी अभी झड़ी थी बेचारी ..... उसे थोडा नॉरमल करना जरुरी था 
पाच दस मिनिट के बाद रिया ने मुझे इशारा किया ....
हम दोनों फिरसे टूट पड़ी ...
मैंने सौम्याके निप्प्ल्स को उमेठना ... मुम्मे दबाना ... और मुह में ले कर चुसना चालू किया ....
तो रिया अपनी जीभ और उंगली से सौम्याकी चूत को चोद रही थी ....
इस बार सौम्या थोड़ी देरसे झड़ी ..... लेकिन उतनी ही ताकत से झड़ी जैसे पहले झड़ी थी ......
अब फिरसे हम दोनों उसके आजूबाजू सो गयी .... और एकदूसरेको चूमने लगी 
थोड़ी देर बाद रियाने सौम्या को इशारा किया ...और उन दोनों ने मेरा सेंडविच बनाया .....
रिया ने सौम्या को सबकुछ बड़ी शिद्दत से सिखाया ... 
की कैसे स्तनों का मर्दन करना है ... कैसे चुसना है ..... 
सौम्या धीरे धीरे मेरे मुम्मे दबा रही थी .... और नजाकत से उन्हें चाट रही थी 
उसने मेरे एक मुम्मे पर मुह लगाया ..
और नीप्पल के साथ अपनी जीभ से हौले हौले खेलने लगी 
मेरी निप्पलस कठोर हो गए 
रिया बोली ....
“सौम्या डिअर .... जर मेरी तरह भी चुसो ....”
और रिया जंगलियो की तरह मेरे दुसरे मुम्मे पे टूट पड़ी 
उसने मेरे कठोर निप्पल को अपने दातो से काटा 

“ऊऊऊऊईईईईइमा स्सस्सस्सस्सस्सस्सस” मै छटपटाने लगी 

रियाने अपने हाथ की एक जोरदार चपत मेरे जान्घोपर लगाई
रिया:”चुप चाप बैठ मेरी जान .....”
मै:”जरा धीरे न रिया.... दुखता है ना ....”
रिया:”क्यों मजा नहीं आता क्या ......सच बता “
मैं मुस्कुराई 
रिया फिर चालू हुयी ... उसने मेरे मुम्मे को बेदर्दी से काटा 
“ऊऊऊऊईईईईइमा म्मम्ममाआआआआआआआआआ”
इधर सौम्या भी वैसेही करने लगी ...
इस धमाचौकड़ी में रिया की बगल मेरे सामने आयी ...
मैं आँखे बंद करके सूंघने लगी ...
रिया हसी ... बोली
“ले मेरी जान .. और मजा ले “
और उसने उसकी काख मेरे नाक के पास की
मैंने अपनी नाक उसमे घुसा दी ... और जी भर के उस खुशबू को सुंघा 
बिच बिच में अपनी जीभ से उसे चाट भी रही थी 
उसने सौम्या को मेरी बगलों की खुशबू से भी परिचित किया .... 
हाय .... सौम्या तो सूंघते ही दीवानी हो गयी ... और अपनी जीभ लम्बी कर कर के चाटने लगी .....
उसके बाद दोनों ने मिलके मेरी चूत इसतरह चाटी की मैं पस्त हो गयी ......
और हाय....... मेरी नदी में तूफानी बाढ़ आ गयी .......
सौम्याने मेरा रस बडेही चाव से पिया ....
थोड़े आराम के बाद रिया की बारी आयी ....
अब तो सौम्या भी जवानी के खेल में खिलाडी बन गयी थी .....
उसने इसमें बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया .....
मैंने भी जी भर के रिया के मुम्मो को और गांड को काटा 
और रिया को भी निढाल कर दिया .....
लगभग दो घंटे तक वहा जवानी का धुवाधार खेल हुआ .
अब हम लोग बेड पे पसरे पड़े थे ...... 
फिर सौम्याने सुझाया ....की हम लोग उसके रूम पे कभीभी ऐसा खेल खेल सकते है ... 
वहा किसी की भी रोक टोक नहीं होगी .....
हम दोनों को भी ये आयडिया जच गया .....
रिया :” हमें यहाँ हरदम आने के लिए कोई बहाना सोचना होगा ..... 
वर्ना घर वालो को शक हो सकता है “
मैं:”तो तुही सोच न .... तेरा दिमाग तो इसमें सुपर फास्ट चलता है “
रिया: “ ठीक है मैं सोचती हु .... कल तक कुछ पक्का करते है “
सौम्या बोली .....
“रिया तेरी दीदी के वो वालेविडिओ है क्या तेरे पास ?”
रिया: “कुछ डीविडी पड़े है दीदी की रूम में ..... पर देखने के लिए चांस नहीं मिलता “
सौम्या:”तो मेरी जान .... मेरे पास सभी इंतजाम है न ..... यही पे ले आ ...
मिल के देखेंगे ..... मैंने आज तक नहीं देखा .....”
रिया: “हा यार .... ये तो मेरे ध्यान में ही नहीं आया .... लाती हु कल”
फिर हमने अपने अपने कपड़े पहने...... 
कपडे पहनते पहने मैं फिर सौम्या से चिपक गयी ....
उसके मुम्मे दबाते हुए मैंने कहा 
“सौम्या ..... तेरी इस गदराई जवानी को छोड़ने का दिल नहीं करता रे ...”
सौम्या : “ तो रुक जा न....मेरी जान.... रातभर मस्ती करेंगे “
रिया: “ अब चलो भी महक ... नहीं तो तेरे मामा मामी भी आ जायेंगे यहाँ “
हम तीनो हसने लगी .... और हमने अपने अपने कपडे पहन लिए 
रिया और मैंने सौम्या को जोरदार गुड बाय किस दिया और घर की ओर चल पड़े.
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महक का जादू 12

रिया और मै निचे आये .... फिर हमें मेथ का लेक्चर था ......
उस के बाद और एक लेक्चर हुआ ..... और फिर छुट्टी हो गयी .....
रिया और मै घर जाने से पहिले थोड़ी गपशप करने लगी 
रिया:”महक अब तू जल्दी से एक मोबाईल ले ले यार “
मै:”हा री ..... अब तो लेना ही पड़ेगा .... मैं पापा से बात करती हूँ “
रिया:”अब हम अपने अपने घर चलते है .... तू वो वाले नोट्स अच्छेसे पढ़ लेना ...”
मैं:”क्यों आज रात को .... तू नहीं आएँगी क्या ?”
रिया:”महक ....जरा समझा कर यार.... ये सब रोज रोज संभव नहीं है..”
मै:” तो मै क्या करुँगी ?”
रिया:”जरा कॉलेज की पढाई कर..... वो नोट्स पढ़ .... और मेरी याद मे ...... ऊँगली कर “
मैंने बड़े दुख से हामी भरी .....
हम दोनों इधर उधर की बाते कर रही थी .....
क्लास पूरी तरह खाली हो गया था ......

हम दोनों अपनी बातो मे मगन थी ... की एक आवाज आयी 
“महक ... रिया .....”
हमने चौक कर देखा ..... वो सौम्या थी .
सौम्या हमारे क्लास की सबसे खूबसूरत लड़की थी . 
लम्बा कद लगभग 5'5", तीखे नयन-नक्श ,भूरी आंखें, दूध-सी गोरी काया, कमर तक लहराते बाल, भरा भरा बदन. 
सौम्या कपडे भी ऐसे पहनती थी की लड़के तो छोडो लडकिया भी पलट पलट कर देखती थी उसे .
ये सौम्या हमारे क्लास की ही नहीं तो पुरे कॉलेज की खूबसूरत लड़की थी . सारे लड़के उसके पीछे पड़े रहते थे, लेकिन सौम्या किसी को भी घास नहीं डालती थी 
थोड़ी रिजर्व टाइप की लड़की थी सौम्या .
हमने कभी उसे किसी लड़की से भी घुलते मिलते नहीं देखा था ... 
अब तक उसने हमसे भी कभी बात नहीं की थी .
उसने हमें पुकारा तो हमें बड़ा आश्चर्य लगा.
मैं: “हाय सौम्या ..... कैसी हो ”
सौम्या: “महक मुझे तुमसे और रिया से कुछ ख़ास बात करनी है “
रिया:”तो आओना ..... यही बैठ जाओ .....”
सौम्या : “ नहीं रिया .... ये जगह नहीं .... थोड़ी प्रायवेट बात करनी है .... तुम मेरे साथ मेरे रूम पर चलो “
हमारी समझ मे नहीं आया ... की वहा बात करने मे क्या हर्ज था . लेकिन कॉलेज के अप्सरा हमसे आज पहली बार बात कर रही थी. उसकी चकाचौंध के सामने हमें कोई प्रतिवाद नहीं सुझा..... 
और हम उसके साथ चल दिए .....
हम लोग कॉलेज के बहार आये तो सौम्याने एक रिक्शा रुका लिया ....
और बोली . 
“रोयल हॉस्टल चलो ..”
उसने हमें अन्दर बैठने का इशारा किया और खुद भी अन्दर बैठ गयी .
रिक्शा चल पड़ा तो रिया बोली ......
“ हा तो अब बता सौम्या ... क्या बात करनी थी ....”
सौम्या मुस्कुराई और बोली 
“ अरे इतनी भी क्या जल्दी है ..... मेरे रूम पे चलते है ... और वही बाते करेंगे ना “
रिया खामोश रही ..... मै भी चुप थी ... 
हम दोनों सोच रही थी की आखिर इस परी को क्या बात करनी होगी ..... आजतक तो उसने कभी हमसे बात की ही नहीं थी ... 
हा देख के मुस्कुराती जरूर थी ..... खैर छोडो .... मालूम पड ही जायेगा.... ये सोच के हम दोनों भी खामोश ही रही .
पाच मिनिट मे हम होस्टल पहुँच गए ...... 
रोयल हॉस्टल हमारे शहर का सबसे महंगा और पोश होस्टल था .... 
जिसमे सिर्फ बहोत अमिर लोगो के बच्चे रहते थे .... 
हमने तो बस सुना था .....आज पहली बार देख रहे थे .....
एक वर्दी धारी दरबान ने गेट खोला ... सौम्या बोली ....
“ये दोनों मेरे साथ है....” 
और हम सौम्या के कमरे की ओर चल दिए 
सौम्या का कमरा ...... कमरा क्या वो तो एक छोटा मोटा फ्लैट था .... दूसरी मंजिल पर था .... वहा केवल दो ही फ्लैट थे ..... बजुवाला फ्लैट बंद था ....
सौम्या ने हमें अन्दर लिया और दरवाजा बंद किया ....... 
हम लोग सोफे पर बैठे 
सौम्य ने हमसे पूछा 
“क्या पिओगी तुम लोग ..... कुछ ठंडा चलेगा ......”
हम ने हा मे सर हिलाया .... 
सौम्याने बाजूवाले फ्रिज से एक कोल्ड ड्रिंक निकला और ग्लास लाने अन्दर गयी ....
हम अचरज से टुकुर टुकुर देखे जा रही थी .... 
ऐसा भी हॉस्टल होता है ये तो हमने सोच भी ना था ...
सौम्या कोल्ड ड्रिंक के ग्लास लेकर बहार आयी .... हमने देखा ...... 
वो कपड़े भी बदल कर आयी थी .... 
उसने एक गुलाबी रंग की झिनि सी नाईटी पहनी थी .....
नाईटी इतनी झीनी थी की उसके अंदर से उसकी छोटीसी गुलाबी जालीदार ब्रा और वैसीही पेंटी साफ़ साफ़ दिख रही थी ...... 
और वो नाईटी इतनी शोर्ट थी की उसकी कोमल जांघे दिख रही थी .....
वो नजारा देखकर हम दोनों पर तो जैसे जादू हो गया ...... 
हम बस उसे देखते हो जा रही थी .....
सौम्या: “ महक .......री ....या .... ये कोल्ड ड्रिंक तो लो “
हमारी तन्द्रा भंग हुयी और हमने ग्लास ले लिए .
कोल्ड ड्रिंक पिते पिते मैंने पूछा 
“सौम्या .... तुम अकेली ही रहती हो यहाँ .....”
उसने बताया की उसके पिता बंगाल मे एक रजवाड़े खानदान से थे....... और वो बचपन से ही हॉस्टल मे रहती है .... 
हाय .... हमारी सौम्या तो राजकुमारी निकली ..... 
और लागती भी वो राजकुमारी ही थी .
थोड़ी देर इधर उधर की बाते हुयी ... 
इस बिच हम सबका परिचय भी हो गया 
फिर रियाने ही बोला 
“हा तो सौम्या .... बताओना ... क्या बात करनी थी तुम्हे ...”
सौम्या हम दोनों की तरफ देख के मुस्कुराई और बोली .....
“मुझे भी अपने ग्रुप मे शामिल कालो ना .... “
रिया:” ग्रुप .... हमारा तो कोई भी ग्रुप नहीं ..... बस हम दोनों ही है “
सौम्या: “रिया ...... मैंने महक और तुम्हारी बाते सुनी है “
मै: “कौनसी बाते ..... सौम्या “
सौम्या:”वही..... छत वाली.....”
उसने तो जैसे हम पर बम ही फोड़ दिया ..... 
मैं और रिया एक दुसरे को देखने लगी.
सौम्या: “ मेरा वैसा कोई इरादा नहीं था .... तुम्हारी बाते सुनने का ..... लेकिन मै छत पर अकेली बैठी थी ..... तो तुम दोनों भी वही आ गयी.... और बाते करने लगी ......सुन कर मेरा भी इंटरेस्ट जाग गया “
रिया: “तुमने क्या क्या सुना .....”
सौम्या: “ सब कुछ सुना ...... तेरी और दिदी की बाते .... दिदी की फिलोसोफी सब कुछ “
ये सब सुनके हम दोनों भी सहम गयी ..... 
समझ नहीं आ रहा था की क्या बोले ... हम खामोशी से बैठ गयी 
सौम्याने चुप्पी तोड़ी और हमसे कहा .....
“प्लीज़ रिया ....महक ..... मुझे भी तुम दोनों मे शामिल करलो ...मैं सचमुच बहोत अकेली हु ..... मेरे स्टेटस की वजह से कोई मेरे करीब नहीं आता .... या कहो मैं किसी के करीब नहीं जाती .....लेकिन तुम दोनों तो मुझे शुरुवात से अच्छी लगी हो .... मै केवल तुम दोनों को ही स्माइल देती हु कॉलेज मे “
मैंने सोचा की ये बात तो वो सच कह रही थी ...... 
वो सिर्फ हमें ही स्माइल दिया करती थी
सौम्या आगे बोली 
“रिया तेरी दिदी सच कहती है ...... लडको के बारे मे ...... मैंने भी मेरी माँ से येही सिखा है .... और इसीलिए मैने किसीभी लड़के से दोस्ती नहीं की ..... प्लीज़ ...तुम दोनों मुझे भी अपने साथ ले लो .... मैं भी मजे करना चाहती हूँ “
रिया: “ लेकिन सौम्या ..... अगर हम ऐसेही नए लोगो को शामिल करते गए तो ....हमारा बड़ा ग्रुप हो जायेगा ... और बात और फैलेंगी “
सौम्या: “ नहीं रे हम इसके बाद किसी भी नए मेंबर को नहीं लेंगे “
फिर रियाने कुछ सोचा और बोली ......
“सौम्या ..... तू एक राजकुमारी है .... और हम दोनों तेरी तुलना मे मिडिल क्लास ..... कैसे होगा .... तू तो हम लोगो पे रौब कसेगी .... राज करना चाहेंगी... तो “
सौम्या : “ नहीं रिया .... मै ऐसा कुछ भी नहीं करुँगी ...... उल्टा मै तुम दोनोसे प्रोमिस करती हूँ .... की मै हमेशा तुम दोनों की हर बात मानूगी ..... मै तुम दोनों की गुलाम बनके रहूंगी ....”
सौम्याकी आंखोमे आंसू आ गए ........
मैंने उसके पास जाके उसे गले लगाया और उसकी पीठ सहलाने लगी ...
“अरे.... सौम्या ...... हम तीनो दोस्त है .... इसमें गुलामी वाली बात कहासे आगयी “
सौम्या मुझसे और चिपक गयी और बोली 
“प्लीज़ मुझे अपने साथ ले लो ..... मैं प्यार की प्यासी हु .... तुम दो हो मेरी प्यास बुझा  सकती हो .....”
मैंने रिया की ओर देखा ...... 
नजरो हो नजरो मे हमारी बाते हुयी ...... 
उसने हौलेसे सहमती मे सर हिलाया .......
एक सुन्दर राजकुमारी ...... अपना गदराया जिस्म लेके मेरे आगोश मे थी ....
मैंने झटसे सौम्या के होठो पे होठ रख दिए ....
और एक लम्बा .... रसिलासा चुम्मा ले डाला .
हाय ...हाय .... क्या नरम मुलायम होठ थे सौम्या के ..... 
जी चाह रहा था की उनका सारा रस निचोड़ लू .....
रिया भी हमारे पास आ गयी .... 
अब सौम्या मेरे और रिया के बिच सेंडविच बन गयी 
रियाने पिछेसे हाथ डालकर सौम्यके मस्त मुम्मे को मसलना शुरू किया ... साथ साथ वो सौम्या के सुराहीदार गर्दन को चूम रही थी ....
सौम्या आगे से और पिछेसे होने वाले इन हमलोसे बावली हो गयी 
मैंने उसके निचले होठ पे अपनी जुबान फिराई ...... 
हाय.... क्या स्वाद था सौम्या रानी का ....... 
और वो उसकी भीनी भीनी खुशबू ......हा......य.....
उधर रियाकी भी हालत ख़राब होने लगी थी ..... 
उसने सौम्याकी नाइटी को ऊपर कर दिया ....
अब सौम्या की गोरी चिकनि जांघे नंगी हो गयी ..... 
मेरे हाथ उनपर रेंगने लगे .... 
मुझे  ऐसा लग रहा था ... की जैसे कोई रेशम की लड़ी मेरे हाथ मे थी ......
मै अपने आप पे कंट्रोल नहीं कर पा रही थी ..... 
मै तो जैसे सौम्या पर टूट पड़ी ....
उधर रिया के साथ भी कुछ ऐसेही हुआ .... 
हम तीनो सोफे पर गुत्थमगुत्था हुए थे .......
सौम्या ने बड़ी मुश्किल से कहा .....
“अ ....रे...... जरा आरामसे ....... आ ... उ...च... ....”
फिर वो जोरसे बोली ......
“प्लीज़ रुक जाओ ....... अन्दर जा कर बेडरूम मे अच्छेसे करते है ना “
इतना बोल के वो शर्मा गयी ....... 
रियाने उसे चूम लिया और खड़ी हो गयी .....
बोली “ चलो ... मेरी रानी ... जल्दी चलो ...... “
फिर हम तीनो अन्दर के कमरे मे आये ......
हाय राम .... क्या कमरा था ...... 
एक बडासा किंग साइज़ बेड .... बड़ा टीवी .... एसी.....
उस कमरे मे एक मस्त खुशबू फैली थी .....
राया और मै तो देखते ही रह गयी .....
सौम्या बेड पे बैठी ...... और बोली ....
“अब आ भी जाओ ना ..... मेरी रानियों.... बाहर तो काफी हल्ला मचाया था ...”
ये सुन कर हम दोनों भी होश मे आयी .... और सौम्या के सामने खड़ी हुयी ....
रियाने सौम्या को धक्का दिया और बेड पर गिरा दिया ...... 
फिर उसने सौम्या की नाइटी को पकड़ कर ... ऊपर किया ... 
और झटकेसे निकलने की कोशिश की ...
सौम्याने भी गर्दन उठा के सहयोग किया .... 
अब सौम्या सिर्फ जालीदार ब्रा और पेंटी मे थी .....
इतना सुन्दर और गुदाज बदन देख हमारी मुह मे पानी आ गया .....
रियाने मुझे बोला 
“महक तू उपर से ले ..... मैं निचे से लेती हूँ इसको “
और इतना बोलके उसने सौम्या की जालीदार पेंटी पे मुह लगा दिया और चूसने लगी 
मै कूदकर बेड पर गयी .... सौम्या के बगलों मे हाथ डालकर उसे पूरा ऊपर खीचा .... और उसके बाजू मे लेट गयी ...
मेरे हाथ तो कुबेर का खजाना लगा था .... 
समझ नहीं आ रहा था ... कहासे शुरू करू ...... 
वो रसभरे गुलाबी गिले होठ या फिर उस जालीदार ब्रा मे कैद वो दो मस्त कबूतर .... या फिर गोरा चिट्टा ....यौवनसे दमकता उसका वो सपाट पेट .....
हाय .....क्या जवानी थी सौम्या की 
मैंने उसके होथोपर होठ रखकर उन्हें चुसना चालू किया ... 
और मेरे हाथ सौम्या के गदराई जवानी को ताड़ रहे थे ....
मैंने उसके होठो को खूब चूसा .... 
अपनी जीभ उसके रसभरे मुह मे डाली ..... उसकी मीठी मीठी जीभ को अपने मुह मे ले कर चूसा .....
रिया भी अपने काम मे मगन थी ..... 
वो सौम्याकी गदराई ....भरी भरी जान्घो को चाट रही थी ......
सौम्या तो बस .....
“ स्सस्सस्सस्सस्सस्सस ....हाय ......उ...ई....ई ......
“अ......आ.....ह.....स्सस्सस्स “
पूरी मस्ती मे झूम रही थी ..... दोहरा मजा मिल रहा था उसे 
मैंने बड़ी मुश्किल से उसकी ब्रा के हूक खोले ..... और ....हाय ....
उसके वो दो मस्त कबूतर फडफडा उठे...... 
मैने जल्दी से उसके भूरे निप्पल को अपने मुह मे लिया ....... 
और चुभलाने लगी ...

“स्सस्सस्सस्सस्सस्सस स्सस्सस्सीईईईई” सौम्या सिस्कारने लगी 

निचे रियाने भी उसकी पेंटी निचे खीचकर उतार दी थी ...... 
वो भी सौम्याकी जवान .... अनछुई ..... नाजुक तितली पर टूट पड़ी 
जैसे ही रियाके लरजते होठोने सौम्याकी चूत को छुआ .....
सौम्या चीख उठी .....
“अ....आ.....ह......स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईई....म...र.....ग....यी.......”
ये सौम्या का पहला अनुभव था ... लिए शायद वो छू ते ही झड गयी थी ....
रियाने बड़े मजेसे चटकारे ले ले कर उसका अमृत पिया ....
सौम्या थोड़ी नॉर्मल होने के बाद रिया बोली ...
“यार ... ये तो बड़ी जल्दी झड गयी ...... चल महक अब हम चेंज करते है तू निचे आ मैं ऊपर आती हूँ “
हम लोग उठ के बैठे .... एकदम रिया के ध्यान  मे आया की घर पर हमारी रह देखि जा रही होंगी ..... उसने पहले उस के घर फ़ोन लगाया ... 
और उसकी मम्मी के बताया की वो उसकी सहेली सौम्या की तबियत ख़राब हो गयी है और वो उसके साथ है ..... 
शाम तक लौटेंगी ......
वैसाही फ़ोन उसने मुझे भी करने लगाया .....
अब हम निश्चिंत थे .....फिर रिया ने मुझे बोला ...
“महक रानी .... तेरे और मेरे कपडे तो बाकी है ....”
तब तक सौम्या भी हमारे पास आ गयी 
मैंने उस से कहा 
“ सौम्या मेरी जान ..... जरा मेरे और रिया रानी के कपडे तो उतार “
रिया: “ सौम्या डार्लिंग ..... जरा नजकत् से उतरना 
फिर आगे क्या हुआ ... ये अगले पार्ट मे ......
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महक का जादू 11

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महक का जादू 13

सौम्याने शरमाते हुए हम दोनों के कपडे उतारे .... मेरा टॉप और समीज उतरने के बाद ... सौम्या मेरे उभारो को देखती रही ..... शायद उसके मुह में ...